लघुकथा-संग्रह-1999/योगेन्द्रनाथ शुक्ल

लघुकथा-संग्रह : शपथयात्रा  

कथाकार  :  योगेन्द्रनाथ शुक्ल 

ISBN: 81-7298-011-6

मूल्य : एक सौ रुपये

प्रथम संस्करण : 1999

प्रकाशक : पारुल प्रकाशन, 889/58, त्रिनगर, दिल्ली-110035 ● : लेखक

आवरण : चेतनदास

लघुकथा क्रम

लघुकथा-विधा : मध्यम-वर्ग की पीड़ा एवं संघर्ष की लघुकथाएँ--सूर्यकांत नागर

1. शपथयात्रा

2. भविष्यवाणी 

3. प्रदूषण पर चिन्तन

4. दायित्व 

5. संवेदना

6. नयी परिभाषा

7. अपना-अपना सोच

8. मजबूरियाँ

9. अनूठा प्रश्न 

10. दया का नया रूप

11. कथनी और करनी

12. बवाल

19. और सपना पूरा हुआ

14. ईमान का इनाम

18. जीवटता 

16. तनावमुक्त

17. बदली हुई धारणाएँ

18. निर्णय 

19. दिन के उजाले में

20. चीख

21. रोता हुआ ईमान

22. अंतरंग संवाद

23. ज्ञान की पराजय

24. अन्दर का अंधेरा

25. दो भिन्न समाचार

26. श्रद्धांजलि

27. और मारो मुझे

28. बदलते चेहरे

29. चरित्र 

30. पेशे से न्याय

31. शिक्षिका

32. ताजी हवा का झोंका

33. समाधान

34. सेवानिवृत्ति का आडम्बर

35. तनावरहित तनाव

36. खून का घूँट

37. शराफत उर्फ बीस रुपए

38. प्रायश्चित के आँसू 

39. धार्मिक मानसिकता 

40. बदलते मूल्य

41. देशी-विदेशी रंग

42. प्लेटफॉर्म

43. गरीबदास

44. सीधा-सा गणित

45. पुनरावृत्ति

46. दास्तान-ए-प्राध्यापक

47. अभिनय

48. एकाकी होने का बोध

49. गणेश की वेदना

50. अकाट्य तर्क

51. मात्रछाया 

52. चेहरे पर चेहरे

53. मानस पुत्र

54. नीयत 

55. बदले हुए रंग

56. मजबूरी 

57. प्रतिसंसार

58. नाम का दर्शन

59. पहचान पर प्रश्नचिह

60. इमारतों का रुदन

61. अगले जन्म की अभिलाषा 

62. अनुत्तरित प्रश्न 

63. मुक्ति नहीं

64. पुरस्कार

65. भीड़

66. घिन

67. पार्टी की इमेज

68. दर्श

69. स्वार्थी कौन?

70. आघात

71. इतना बड़ा असत्य

72. एक्सीडेण्ट

73. हार-जीत

74. लाभ-हानि

75. नया फ़लसफ़ा

76. पुण्य-लाभ

77. लोभ-संवरण

78. भ्रमभंग

79. सिद्धान्त

80. टेंट-हाउस के बरतन

81. सिर्फ़ जगह बदलती है

82. हरिश्चन्द्र की औलाद

83. बारी-बारी से

84. अपनी-अपनी समझ

85. कला की पृष्ठभूमि में

86. लम्बी जाँच

87. सरकारी आदमी 

88. ठेस

89. सौदा 

90. ग़ैरतमंद

91. समय का फेर

92. हादसा

93. असहायता

94. बन्द होते रास्ते

95. निरुत्तर

96. कड़वा सच

97. मरती संवेदनाएँ

98. नसीहत

99. विडम्बना

100. प्रार्थना के पीछे

'शपथपत्र' से एक लघुकथा  'इमारतों का रुदन'

किले की टूटी हुई दीवारें लगातार रोती जा रही थीं। कोई भी ऐसा नहीं था, जो उन्हें धीरज बधाता। उनका साथी क़िले के अन्दरवाला सुन्दर बगीचा दम तोड़ चुका था और उस जगह पर अब गायें और बकरियों चरा करती थीं। चारों ओर गन्दगी का साम्राज्य था। शिलाओं और बड़े-बड़े पत्थरों को लोग चुरा ले गए थे। कुछ दीवारें बड़ी और मजबूत थीं, वे जमीन को पकड़े हुए थीं..तो कुछ बूढ़ी जमीन से मिल चुकी थीं। ऐसे त्रासदीमय वातावरण में एक विदूषी दीवार ने रोती दीवारों को समझाया, "...अपनी दयनीय स्थिति के लिये मत रोओ मेरी बहनो!...समय ने हमें पुरातत्व की धरोहर बwना दिया है...यह दुनिया का दस्तूर है, जिन्हें इतिहास में जगह मिलती है, उनके साथ, ये दुनिया बाद में ऐसा ही सलूक करती है!" 

अब रुदन की आवाज़ें आना बन्द हो गयी थीं।

डॉ. योगेन्द्रनाथ शुक्ल 

जन्म तिथि : 

14 मार्च, 1956

शिक्षाएम.ए. (गोल्ड मेडलिस्टन), पी-एच.डी. (हिन्दी के अनंतसेवी अनंत गोपाल शेवड़े के उपन्यास-साहित्य पर प्रथम शोध प्रबंध ग्रंथ)

साहित्यिक गतिविधियाँ 

लेखन :

देश की सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में कहानियाँ, शोधपरक आलेख, कविताएँ, संस्मरण, बाल रचनाएँ, व्यंग्य तथा लगभग 550 लघुकथाएँ प्रकाशित, 'शपथ यात्रा' (लघुकथा-संग्रह) प्रकाशित, किताबघर, दिल्ली में 'लघुकथाओं का पिटारा' प्रकाशित तथा 'अखिल भारतीय प्रगतिशील लघुकथा मंच द्वारा पुरस्कृत एवं 2008 का सर्वश्रेष्ठ लघुकथा संकलन घोषित।

अनुवादित कृतियाँ

'शपथ-यात्रा' (100 लघुकथाएँ, मराठी में अनूदित), 'लघुतम कवा गुलदस्त (112 लघुकथाएँ मराठी में अनूदित), 'कथांजलि' (55 लघुकथाएँ संस्कृत में अनूदित मूल लघुकथा सहित), संस्कृत में अनूदित पहला लघुकथा संग्रह। 'बदलते पैमाने' (117 लघुकाएँ उर्दू में अनूदित) पाकिस्तान में पढ़ा जा रहा। 'सतरंगी लघुकथाएँ' (72 लघुकथाएँ सिन्धी में अनूदित), 'अर्वाचीन संस्कृतम' (दिल्ली) पत्रिका में 55 संस्कृत में अनूदित लघुकथाएँ प्रकाशित। इसके अतिरिक्त अनेक लघुकथाएँ गुजराती, पंजाबी, अंग्रेजी, कन्नड़, मालवी, निमाड़ी आदि में अनूदित।

संपादन : 'दैनिक भास्कर', 'अन्तर्राष्ट्रीय मानस संगम' (वार्षिक अंक). 'रिसर्च-2000' (शोध-पत्रिका), 'वाग्धारा' (लघुकथा विशेषांक) तथा देश के प्रमुख लघुकथाकारों की लघुकथाओं का संकलन 'समप्रभ' का संपादन। 'समय का साथी' काव्य संग्रह का संपादन, 'हरिद्रा' (शोध-पत्रिका), 'काफला इन्टरनेशनल राईटर्स फेस्टिवल एण्ड कान्फ्रेन्स' की शोध-पत्रिका (2018) का

संपादन: राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों एवं कलाकारों के अभिनन्दन ग्रन्थों का संपादन। 

सदस्य : म.प्र. हिन्दी ग्रंथ अकादमी।

सम्मान : साहित्य सेवा के लिए देश की अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित एवं 21 वे अखिल भारतीय प्रगतिशील लघुकथा सम्मेलन में 'डॉ. परमेश्वर गोयल लघुकथा शिखर सम्मान' से सम्मानित।

सम्प्रति : प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष (हिन्दी), निर्भयसिंह पटेल शासकीय विज्ञान महाविद्यालय

संपर्क : भँवरकुआ, इन्दौर (म.प्र.) : 390, सुदामा नगर, ए- सेक्टर, अन्नपूर्णा मार्ग, इन्दौर-452009

फोन : 0731-2483893 

मोबाईल :  9977547030

ई-मेल : ynshukla4@gmail.com

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