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कल हमारा है-1986/मदन अरोड़ा (सं.)

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( शराफत अली खान के सौजन्य से ) लघुकथा-संकलन :  कल हमारा है  (काव्य एवम् लघुकथा संग्रह) सम्पादक :  मदन अरोड़ा प्रकाशक : युवा लेखक संघ, श्रीगंगानगर प्रथम संस्करण : 1986 सर्वाधिकार सुरक्षित : © युवा लेखक संघ, श्रीगंगानगर सम्पादकीय पता : 132, मुकर्जी नगर, श्रीगंगानगर - 335001 (राज.)  आवरण पृष्ठ : कृष्ण कुमार 'राजे' सहयोग राशि पेपरबैक : 12 रुपये मात्र;  सजिल्द : 20 रुपये मात्र (रजि० डाक से 4 रुपये अतिरिक्त) मदन अरोड़ा की भूमिका :  ' अपनी बात ' पहली बार जब कागज कास्थि लिए पहली बार किसी मानव ने कलम उठाई और साहित्य की परिभाषा लिखी। तब जो कम्पन उस हाथ से अनुभव किया होगा, वही कम्पन मैं अपने हाथों में अनुभव कर रहा है। ज्ञान के अन्तर पर थोड़ा-सा प्रकाश लाने का सामर्थ्य जुटा सके, यही इस संकलन का उद्देश्य रहा है और साहित्य सृजन के लिए इस प्रकार की कमाई अब हृदय की गहराई तक अनुभव की भी जानी चाहिए। 'कल हमारा है' से जुड़े अनुभव मुसीबतों के जंगल का आभास कराते हैं और सहसा अनुभव होता है कि साहित्य सिर्फ लिखने और पढ़भर जाने की चीज नहीं है। साहित्य को दोगली राजनीति, लाभ-हानि और आरोप

लघुकथा-संग्रह-2021/राम मूरत 'राही'

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लघुकथा-संग्रह : भूख से भरा पेट  कथाकार  : राम मूरत 'राही' प्रथम वर्ष  : 2021 ISBN 978-93-85438-62-2 आवरण : संदीप राशिनकर प्रकाशक : अक्षर विन्यास एफ-6/3, ऋषिनगर, उज्जैन  ई-मेल: aksharvinyas@gmail.com फोन: 0734-2512591 अनुक्रम 1. ठिठुरते रिश्ते 2. मेरा तीर्थ 3. हँसते आँसू 4. मर्द- नामर्द 5. डाटा और आटा 6. भूख से भरा पेट 7. फिक्र 8. कलियुग क 9. परोपकारी उवाच 10. इंसानियत 11. अनपेक्षित 12. इंसान नहीं  13. कठोर व्यंग्य 14. टिप 15. मैं द्रोपदी नहीं 16. जब से... 17. हमारा भगवान मर गया 18. विडम्बना 19. मजबूर शब्द 20. अपराध बोध 21. मौत की 22. उपवास 23. आँसू और आँसू 24. सिस्टम 25. जादू की छड़ी 26. तीसरा मित्र 27. जहरदाता 28. सर्वोपरि 29. बिरला उदाहरण 30. नालायक-लायक 31. ऐसा ही दर्द 32. जवाब को सलाम 33. यशोदा माँ 34. औकात 35. मैं नहीं 36. मजहब से बड़ा 37. जो नहीं बहा 38. आग बुझाती आग 39. फिर देखना  40. डर 41. खामोश शिकायत 42. ओह 43. क्या फायदा 44. अन्त एक टीस की 45. पत्नी कृपा 46. वे बेजुबान 47. नहीं नहीं 48. दूसरा पहलू 49. अंधभक्त 50. पते की बात  51. मजबूरी की पुकार 52. लौटते कदम 53. ईमानद

वर्चुअल रैली /सुरेश सौरभ

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लघुकथा-संग्रह  : वर्चुअल रैली  कथाकार  : सुरेश सौरभ  स्वत्त्वाधिकार : सुरेश सौरभ प्रथम संस्करण : 2021 ISBN: 978-93-86330-77-2 (आई एस बी एन प्रायोजक: ओसियन पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली-110053) इंडिया नेटबुक्स प्राइवेट लिमिटेड मुख्यालय सी-122, सेक्टर 19, नोएडा, 201301 : गौतमबुद्ध नगर (एन. सी. आर. दिल्ली)  फोन: +91 120437693,  मोबाइल +91 9873561825  ई-मेल: indianethooks@gmail.com website: www.indianetbooks.com अनुक्रम कौन-कहाँ 1. परदेसी बहन की राखी  2. एक था कल्लू 3. माँ का सहारा 4. मजदूर 5. अनदेखा 6. धोखा 7. वर्चुअल रैली 8. बलि का बकरा 9. अफसोस आनलाइन का 10. एक हाथी की चिट्ठी  11. मान-अपमान 12. सिर्री कहीं का 13. किस्मत 14. उम्मीदों की छूटी रेल 15. दो कुत्तों की वार्ता  16. आग 17. सब्जी वाला 18. अपने-अपने रास्ते 19. ताप 20. फेरी वाला 21. हाय! कोरोना 22. प्यास 23. परिवर्तन 24. अनजान रिश्ते 25. बहरुपिया 26. अपने-अपने धंधे 27. शरारत 28 गप 29. आग-फूस 30. सोच 31. डॉक्टर का दर्द 32. देवर भाभी 33. सालगिरह 34. ट्यूटर 35. कुछ खो गया 36. फकीरी 37. पतंगें 38. तीन पत्ते 39. मुठभेड़ 40. माँ की पेंशन 41. ता

समप्रभ-2006/प्रतापसिंह सोढ़ी-डॉ. योगेन्द्रनाथ शुक्ल (सं.)

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लघुकथा-संकलन : समप्रभ देश के चौदह लघुकथाकारों की.... 36 लघुकथाओं का संग्रह सम्पादक द्वय : प्रतापसिंह सोढ़ी-डॉ. योगेन्द्रनाथ शुक्ल (सं.) प्रकाशन वर्ष  : 2006 प्रकाशक : साहित्य कलश,  566, गुमाश्ता नगर, इन्दौर आवरण चित्र :  पारस दासोत मूल्य :  साठ रुपये संपादकीय श्रेष्ठ और बेबाक समीक्षकों की दरकार दूसरी विधाओं की तरह लघुकथा भी युग का प्रामाणिक दस्तावेज है। कहानी के समान यह भी आधुनिक युग से संबंधित है। यही आधुनिक चेतना उसे परंपरागत लघुकथाओं से पृथक करती है। जो लेखक जितना अधिक चिन्तनशील होता है, उसकी लघुकथाएँ उतनी ही प्रभावी होती हैं और वह उतनी ही तीव्रता से समाजिक विसंगतियों पर प्रहार करता है। यही प्रहार-शक्ति लघुकथा का प्राण है। अपनी इसी शक्ति के कारण इसने बहुत कम समय में बहुत ऊँची जगह बनायी है। नाटक, कहानी, उपन्यास आदि गद्य विधाओं को लोकप्रिय बनाने और उन्हें प्रतिष्ठा दिलाने में अनेक समीक्षकों का अकथ परिश्रम रहा है। विडंबना यह है कि लघुकथा के क्षेत्र में श्रेष्ठ और बेबाक समीक्षा करने वाले समीक्षकों की दरकार है। आज लघुकथा के अधिकांश समीक्षक पूर्वाग्रह से स्वयं को मुक्त नहीं कर पा रहे हैं।

मिट्टी की पुकार-2021/कुंकुम गुप्ता

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( कांता राय के सौजन्य से ) लघुकथा-संग्रह  : मिट्टी की पुकार  कथाकार  : कुंकुम गुप्ता प्रकाशन वर्ष  : अक्टूबर 2021 ISBN : 978-81-951152-4-2 प्रकाशक : अपना प्रकाशन 21 / C, सुभाष कॉलोनी नियर हाई टेंशन लाइन, गोविंदपुरा, भोपाल-462023  फोन : 9575465147 ई- मेल roy.kanta69@gmail.com - मूल्य: 270/- अनुक्रम   भूमिका बड़ी बात महिला दिवस सीख दूर-पास बोरियत यादें जाने के बाद कविता अपना-अपना बिल पहली पाठशाला हैप्पी बर्थ-डे माँ पॉलिश मेरा घर स्मार्ट प्रतिक्रिया उत्तर भिन्नता अवसरवादिता रिश्तेदार  दोहरापन बोली की मिठास अनपढ़ माँ गलती निर्णय राजनीति कल और आज : दूर के ढोल फिर वही अनायास एक बार फिर कटर फैसला चयन सच्चा गहना माँ विडम्बना विज्ञापन मिट्टी की पुकार बहुमूल्य टिकिट बदलाव सहमेल मिसेज पन्त सद्भावना ऑनलाइन उपहार स्वाभिमान पुरस्कार स्वाद सबक त्रिया चरित्र आत्मबोध संतान सप्तमी घर-घर के खेल में फूलों का झरना आईडिया कम्प्यूटर का क ख ग रिश्तों का रंग अपनों के रिश्ते जिम्मेदारी परिशिष्ट --लेखक के सरोकार लेखिका का आत्मकथ्य इस संग्रह से :  आज के जीवन की व्यस्तताओं में लघुकथाओं के फलक ने बहुत विस्तार पा

सबूत-दर-सबूत-1984/महेन्द्र सिंह मलहान-मोहन योगी (सं.)

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( शराफत अली खान के सौजन्य से ) लघुकथा-संकलन- सबूत-दर-सबूत संपादक द्वय : महेन्द्र सिंह मलहान-मोहन योगी प्रकाशन वर्ष  :  1984 सम्पादन सहयोग :   मुकेश कुमार जैन 'पारस'  बलवन्तसिंह महलान  डॉ० पांडुरंग भोपले  कुलभूषण गुप्ता  रामयतन प्रसाद यादव  शराफत अली खान  आभा गुप्ता © महेन्द्रसिंह महलान / मोहन योगी /  प्रकाशक :  दिनमान प्रकाशन, 3014, चर्खेवालान, दिल्ली-6  संस्करण : प्रथम, 1984 मूल्य : 20.00 अनुक्रम   पुरस्कृत लघुकथाएँ जेबकतरा/मुकेश कुमार जैन 'पारस' सिद्धान्त/अर्चना अर्ची सब राजी खुशी/डॉ अमरसिंह अंतिम इच्छा/कृष्णमुरारी गाडी 'सृजन' प्यार/इन्द्रा स्वप्न  अंधी दौड़/मधुकान्त  पैसा-पैसा/डॉ कमल चोपड़ा उदास सुबह/सीताराम वर्मा बाद का समय/मुस्ताक अहमद शेख किसके कारण/दीनदयाल शर्मा भाग्य का सहारा/हरि राजस्थानी ईद मुबारक / डॉ. किशोर काबरा भूख / अशोक भाटिया पैसा-पैसा सच्ची गवाही/सन्तोष 'सरस' प्रश्नहीन/कमलेश भट्ट कमल नुकसान/ डॉ कमल चोपड़ा पहचान/आभा गुप्ता बंधुआ मजदूर/मो. मोइनुद्दीन अत्तहर एक बात का डर/चित्रेश मुक्ति / रमेश जाधव शतरंज के खिलाड़ी/कालीचरण 'प्रेमी

चट्टानों से गुजरते हुए / रामजी शर्मा 'रजिका' (सं.)

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( शराफत अली खान के सौजन्य से) लघुकथा-संकलन  : चट्टानों से गुजरते हुए  सम्पादक  :  रामजी शर्मा 'रजिका' (सं.) प्रकाशन  वर्ष  : 1989 प्रकाशक : अयन प्रकाशन, 1/20, महरौली, नई दिल्ली-110030 बिक्री कार्यालय : 1619/6 बी, उल्धनपुर, नवीन शाहदरा, दिल्ली-110032 आवरण: एस. एस. वर्मा मूल्य : चालीस रुपए प्रथम संस्करण 1989  अनुक्रम लघुकथा खंड 1. अशोक लव/आत्मसम्मान 2. अशोक 'अश्क'/परवरिश 3. अर्जुन चेवारत्री/वायदा 4. आर० के० नीरद / शिक्षित बेरोजगार 5. ओम जी मिश्र/अली और बली 6. अनिरुद्ध प्रसाद विमल/बेताल और विक्रम 17. अशोक मिश्र/प्रथम वेतन 8. अजय कुमार सक्सेना/मेरा समर्पण 9. अंजू मिश्र/मित्रता 10. अपर्णा चतुर्वेदी/दान-पुण्य 11. अश्विनी/तलाश 12. आर. जी. शशांक / दर्द 13. डॉ. अरुणेन्द्र भारती / लेखक 14. अनिल कटारिया /मजबूर 15. अशोक स्वतंत्र / भाषा 16. इकबाल गावा / अनुभव 17. कमल चोपड़ा / हम 18. कमल चोपड़ा / मैं छोनू 19. कमलेश भट्ट 'कमल'/स्वार्थी 20. कमलेश भारतीय/पड़ोसी धर्म 21. कन्हैयालाल विद्यार्थी'/ जानवर 22. इ० केदारनाथ / पूर्वाग्रह का जहर 23. कृपाल सिंह सैनी/विषय 24. चांद मुंगेरी/ब

लघुकथा-संकलन-1987/सुरेश जांगिड़ उदय-मनोज कुमार 'प्रीत' (सं.)

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( शराफत अली खान  के सौजन्य  से ) लघुकथा-संकलन  : आसपास का दर्द सम्पादक द्वय :  सुरेश जांगिड़ उदय-मनोज कुमार 'प्रीत'  प्रकाशक :  उदय 86/6 माता गेट, जाटन मोहल्ला, कैथल-132027 (हरि) आवरण : भाऊ समर्थ सर्वाधिकार (रचनाओं के लिए)  लेखक व (अन्य के लिए) प्रकाशक पच्चीस रुपये मात्र (25/-) ● प्रथम संस्करण अप्रैल 1987 ●  अनुकम । अंकुश्री 31 2 अखिलेश गोपाल 31,16 3 जय सक्सेना32 4 अनिल शूर33 5 अनिल अशुमाला 34.16 6 अनिल कटारिया34 7 अनिता कालड़ा35 8 अपर्णा चतुर्वेदी 36 9 अमर नाथ मोही 37 10 अमर कोमल 39 1। अरपित अनाम 40  12 अरुणेन्द्र भारती 40 13 अशोक लव41, 42 14 अशोक वर्मा43 16 अशोक शैल 44 15 अशोक विश्नोई 44 17 अशोक ठाकुर45 18 अशोक अम्बर 47  19 अशोक सन्नी47,16 20 अष्ट भुजा48 21 आरिफ जमाल49,50 22 आनन्द बिल्थरे  50 23 इन्दु वाली 51 24 इकबाल गावा53 25 उषा शर्मा54 26 कमल चोपड़ा 55,20 27 कमलेश भट्ट 56,16 28 कुलभूषण कालड़ा57 29 कृष्ण धमीजा58 30 खुशविदर कुमार59 31 गुलशन मदान कलिड़ा60 32 गोपाल60, 16 33 चमन सिंगला 61 34. चरनजीत कुकरेजा 63 35 चन्द्रभूषण सिंह चन्द्र 64 36 चन्द्रकांत त्रिवेदो 64, 37 चितरंजन भार

लघुकथा-संग्रह-2021/अखलाक अहमद जई

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  लघुकथा-संग्रह  : जेबकतरा  कथाकार   :   अखलाक अहमद जई प्रकाशक : समदर्शी प्रकाशन प्रकाशन का पता : 335, देव नगर, मोदीपुरम मेरठ, उत्तर प्रदेश - 250001 मोबाइल नम्बरः 9599323508 प्रकाशन वर्ष       :  जुलाई, 2021  आईएसबीएन नम्बर 978-93-90481-95-8 सर्वाधिकार © : अख़लाक़ अहमद ज़ई  अनुक्रम भूमिका अपनी बात कठोर दण्ड भूखे-नंगे लोग  घाटे की भरपाई पहला क़दम असामाजिक तत्व  अर्थनीति  नौकरी- 1 दृष्टिकोण साम्यवाद वक़्त हिन्दुस्तान का भाग्य घरजमाई - 1 जयघोष सहानुभूति अनपढ़ वर्दी वाला इंसान गर्वीली मुस्कान हमारा इतिहास नौकरी - 2 घरजमाई - 2 कर्त्तव्यनिष्ठा का पुरस्कार हरवाह हमें क्या मालूम ? दानपात्र स्थान का महत्व अपना-अपना दुःख चूहों की घंटी बड़ा पेट जेबकतरा काफ़िर पागल नामर्द अवसरवादी आख़िरी आसरा शंका भाग- 2 धारावी न ज़मीं मेरी, न आस्मां मेरा  संक्षिप्त परिचय ________________________________ संग्रह से एक लघुकथा  ' भूखे-नंगे लोग ' : कुल, सारी दुकानें बंद हो गयी थीं। यातायात के सारे साधन ठप्प पड़ गये थे। जिन्हें घर पहुंचने की जल्दी थी या जिन्हें पानी से डर नहीं लगता था, वह कमर कमर तक पानी में घु

छोटे-छोटे इन्द्रधनुष-1988/अनिरुद्ध प्रसाद विमल (सं.)

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( शराफत अली खान के सौजन्य से ) लघुकथा संकलन : छोटे-छोटे इन्द्रधनुष सम्पादक- अनिरुद्ध प्रसाद विमल ★ आवरण - रामानन्द ★ प्रकाशक/सम्पर्क : समय साहित्य सम्मेलन, पुनसिया भागलपुर - ८१३१०६ (बिहार) ★ प्रथम संस्करण - अप्रैल, १९८८ ★ मूल्य - बीस रुपये अनुक्रम   मेरी बात / लघुकथा : दिशाएं एवं संभावनायें भूमिका – सतीशराज पुष्करणा     लघुकथायें :  अशोक मिश्र-आये/ जगदीश - चपरासी/ मोड़ा-दोष सतीशराज पुष्करणा- सीमा का अतिक्रमण रूपसिंह देश-कुर्सी संवाद | कुलदीप जैन मिस्टर एम०पी० /सुकेश साहनीपति जना सुराज/ शिवनरायण हालात / चांद मु मेरी पहचान / मंजुरे नगर बायन कफन / पारस दासीत लूटे हुए राहगोर/ रामयतन प्रसाद यादव- मातृ भूमि का प्यार / सुमन सूरो-महानता का बो/ अशोक जैन--सुनहरी चने वाली बड़ी इलाझा स्वकृतिल आदेश कुमार-अ भिखारो/ शैली बलजोत बिना टीकट माटिन जान 'अजनबी' खून के व्यापारी/ सतोश राठो जन्म दिन पुस्कर द्विवेदी दर्द सिन्हा बद्र मूल्यांकन / अतुल मोहन प्रसाद खुलती आखें / देवी प्रसाद वर्मा- सारा जहां हमारा / सुनील- फैमली-बैक ग्राउन्ड / पुष्पलता कक्ष्य राजनेता/ निर्मल मिलिन्द - लड़का / सुभाष नीरव - एक ख

यथार्थ-1987/मोहन 'अनंतसागर' (सं.)

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 ( शराफत अली खान के सौजन्य से ) यथार्थ (लघुकथा संकलन) (गुलदस्ता रचना मंच द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा प्रतियोगिता-1987 के परिणाम एवं लघुकथा के कुछ अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों का ऐतिहासिक संकलन) संपादन   मोहन 'अनंतसागर' संयोजन   प्रकाश 'पंकज' कला सलाहकार असलम खान  अशोक कुमार चौहान संपादन सहयोग अनिल पुरोहित 'हँसमुख  महावीर 'अनजान' राकेश कुमार सिडाना रेवत प्रजापति अजीत सिंह आर्य अनुक्रम संपादकीय : यथार्थ कल्पना और वस्तुत: ....1 संयोजकीय : यथार्थ से पहले....5 प्रतियोगिता निर्णायिकी : क्या कहते हैं निर्णायक?9  प्रतियोगी लघुकथाएँ - प्रथम पुरस्कृत (एक) पार्टी अशोक लव 13 - द्वितीय पुरस्कृत (दो) लकीर कमल चोपड़ा 14 खून का रिश्ता.... रामाधार सत्यार्थी 15। तृतीय पुरस्कृत (तीन) दंगा देवेन्द्र कुमार 17 | दुश्मन - रीता सचदेव 17। भूखे पेट की नैतिकता मार्टिन जॉन अजनबी 18 | प्रशंसित (शेष सभी) विश्वास : अविश्वास - नरेशचन्द्र 'नरेश' 19 | कार्यकर्ता सुरेन्द्र मंथन 21 - परम्परा का बोझ रतीलाल शाहीन 22 - परमपिता अशोक भाटिया 23 पैतृक काम रमेश अस्थिवर 24 पवित्रता अपवित्रता

लघुकथा-आलोचना-2021 : लघुकथा : बहस के चौराहे पर / सतीशराज पुष्करणा (सं.)

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लघुकथा-आलोचना : लघुकथा : बहस के चौराहे पर (दूसरा संस्करण) सम्पादक  :  सतीशराज  पुष्करणा प्रकाशन  वर्ष  : 1983/2021 पुन: प्रकाशन : योगराज प्रभाकर 53, 'उषा विला', रॉयल एनक्लेव एक्सटेंशन, डीलवाल, पटियाला 147002 (पंजाब)   चलभाष: 98725-68228 द्वितीय संस्करण के प्रकाशक : देवशीला पब्लिकेशन पटियाला- 147001 (पंजाब)  चलभाष: 98769-30229 Email: corellover@gmail.com अनुक्रमणिका आरंभिका द्वितीय संस्करण के विषय में दो बातें / सतीशराज पुष्करणा प्रकाशक : दो शब्द / नीलम पुष्करणा संपादकीय / सतीशराज पुष्करणा भूमिका / जगदीश कश्यप आलेख माला लघुकथा का शिल्प / डॉ. स्वर्ण किरण हिंदी-लघुकथा : संक्रमण का सही जायज़ा / कृष्ण कमलेश  भग्न होते मूल्यों की लघुकथाएँ / भगीरथ साहित्य में लघुकथा का योग / नरेंद्रप्रसाद 'नवीन' लघुकथा और उसका सही अस्तित्त्व /  डॉ. सूर्यनारायण रणसुभे लघुकथा : सवाल अस्तित्त्व और भविष्य का / भगवती प्रसाद द्विवेदी लघुकथा में कथ्य / कमल चोपड़ा  लघुकथाओं में कल्पना तत्त्व / विक्रम सोनी आठवें दशक की लघुकथाएँ / व्यास लघुकथा की भाषा /  ईश्वरचंद्र लघुकथा एवं विश्लेषण /  लालमुनि दुबे &

लघुकथा-संग्रह-2021/डॉ. शील कौशिक

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लघुकथा-संग्रह  : छूटा हुआ सामान  प्रकाशन  वर्ष  : 2021 कथाकार  : डॉ. शील कौशिक,  चलभाष: 94168-47107 प्रथम संस्करण : 2021  मूल्य: 250 रुपये प्रकाशक :  देवशीला पब्लिकेशन पटियाला- 147001 (पंजाब) चलभाष: 98769-30229 Email: corellover@gmail.com अनुक्रमणिका स्वकथन / शील कौशिक  संवेदनाओं के क्षरण का समय / बलराम अग्रवाल   लघुकथाएँ 1. पर्त-दर-पर्त 2. बौना 3. आश्वस्ति 4. सेवानिवृत्ति 5. जाति के पार 6. बेबसी 7. आत्मसम्मान 8. माँ का मरना 9. छूटा हुआ सामान 10. गाली 11. अंतिम यात्रा 12. ज़िद अच्छी है 13. एक ही बेटा 14. बेटी का हिस्सा 15. उत्सव बोध 16. बदलती प्रश्नावली 17. बोल न मुन्ना 18. सच तो यही है 19. वही किरदार 20. कुपात्र 21. ख़बर 22. बोझिल कंधे 23. तब और अब 24. गुंजाइश 25. वरीयता 26. खेल 27. हाईटेक रिश्ते 28. जागृति 29. ऐसे शिष्य 30. वार्तालाप 31 प्रतियोगिता 32. पहचान 33. अगला शिविर 34. अनर्गल प्रलाप के बीच 35. श्रद्धांजलि 36. दूसरी पारी 37. विषबीज 38. पुल की मज़बूती 39. प्रतिनियुक्ति 40. जो बोया है 41 अंतर्दृष्टि 42. नास्तिक कहीं का 43. प्रतिरूप 44. अच्छे मम्मी पापा 45. बिगड़ैल 46. मिटते शब्द