सूली ऊपर सेज/बलराम अग्रवाल
सूली ऊपर सेज (चुनी हुई व्यंग्य लघुकथाएँ) बलराम अग्रवाल इंडिया नेटबुक्स प्राइवेट लिमिटेड मुख्यालय : सी-122, सेक्टर 19, नोएडा, 201301 गौतमबुद्ध नगर (एन. सी. आर. दिल्ली) फोन: +91 120437693, मोबाइल +91 9873561826 कॉपीराइट : बलराम अग्रवाल प्रथम संस्करण: 2025 ISBN: 978-93-48283-18-4 मूल्यः रुः 225.00/- (पेपरबैक) ई-मेल: indianetbooks@gmail.com website: www.indianetbooks.com प्रथम संस्करण की भूमिका दृष्टिबाधित विचारधारा के विरोध में कभी सतसइया के दोहों के बारे में कहा गया था कि देखन में छोटे लगें घाव करें गंभीर। कबीर की सखियाँ विसंगतिपूर्ण समाज के विरुद्ध नावक के तीर बनी थीं। गद्य-युग में यही भूमिका लघु-व्यंग्य निभा रहे हैं। व्यंग्यकार शब्द प्रयोग में बेहद कंजूस होता है। वह ऐसा धनुर्धर है जो आसपास के पेड़ नहीं देखता, चिड़िया की आँख देखता है। वह व्यंग्य जैसे विवशताजन्य हथियार का प्रयोग एक सैनिक...