त.ता..ती.../मुमताज़ सादिक़
लघुकथा-संग्रह : त.ता..ती...
कथाकार : मुमताज़ सादिक़
ISBN-978-81-909137-4-4
• सर्वाधिकार : मुमताज़ सादिक
प्रकाशक : संवेदना प्रकाशन, 615, ट्रक गेट, कासिमपुर, अलीगढ़ (उप्र)
E-mail: ashokanjumaligarh@gmail.com
मुद्रक : बालाजी ऑफसेट, नवीन शाहदरा, दिल्ली-32
शब्द सज्जा : श्रीमती भारती शर्मा, अमन अंजुम
आवरण : अमन अंजुम
संस्करण : 2010
मूल्य : 100/- (सौ रुपये मात्र)
Ta. Taa.. Tee...
(LaghuKathayen) By Mumtaz Sadiq
दो बातें...
त.ता.ती...
सरकारी नौकरी में जहाँ अनेक विषमताएँ होती हैं वहीं लाभ अथवा हानि यह भी है कि उसमें स्थानान्तरण होते रहते हैं।
कभी-कभी ऐसे स्थानान्तरण व्यक्ति को उसके देखे-परखे आस-पास, जमी-जमाई गृहस्थी, बने बनाये रिश्तों और सुख-दुख में साथी-समाज से काट-सा देते हैं।
मगर कभी-कभी इसके विपरीत भी होता है। स्थानान्तरण से बदलाव आता है। नई जगह, नये लोग, नई बस्ती, नई सोच, नये विचार सब कुछ नया-नया। सवाल है, हम कैसे 'एडजेस्ट' करते हैं या होते हैं।
मेरे एक मित्र ने कहा है कि सृजनशील व्यक्ति बंजर में फूल खिला सकता है। रचनात्मक दृष्टि नई सर्जना को जन्म देती है। ज़रूरत होती है तो सिर्फ उस सच को पकड़ने की जो कहीं भी, कभी भी आपके आस-पास तो होता है मगर या तो आप उसे देख नहीं पाते या फिर उसे पकड़ नहीं पाते।
मेरे साथ बिल्कुल दूसरी बात ही हुई। मैं जहाँ-जहाँ सर्विस पर रहा, ऐसे सच हमेशा अपने विचारों में दबोचता रहा और जब ये सच कागजों पर उतरे तो कभी कविता बन गए, कभी दोहे तो कभी लघुकथाएँ।
यद्यपि लघुकथा के सम्पूर्ण शिल्प से मैं वाकिफ नहीं तो भी 'देखन में छोटे लगें, घाव करें गंभीर' के अर्थ से मेरा थोड़ा-बहुत परिचय है। सो जैसा मैंने देखा और सहा उसी को अपनी क्षमतानुसार इन लघुकथाओं में कहा है।
एक अनुरोध सिर्फ आपसे यह है कि इन लघुकथाओं को पढ़ते समय अगर आपका मन एक बार भी यह कह उठे कि 'ये तो सच है' तो आप अपने विचारों से मुझे अवगत अवश्य करायें। आपकी ऐसी प्रतिक्रियात्मक टिप्पणी मेरे लिए किसी सम्मान पत्र से कम नहीं होगी।
○मुमताज़ सादिक
सहकारी चीनी मिल्स लि. रमाला (बागपत) उ.प्र.
मोबाइल-09411078054 / 09456896611
अनुक्रम
1. सपोर्ट
2. बेजुबान
3. दोबारा मृत्यु
4. विरासत
5. डोज़
6. रोज़गार
7. चार्ज
8. चर्चा
9. त.ता..ती...
10. नुकसान
11. माँ
12. छुरी
13. नया नोट
14. अपना घर
15. अन्तर
16. कालचक्र
17. बहू-बेटी
18. सबूत
19. बदला
20. खुशी
21. समय
22. मक्कार
23. इंसा अल्लाह
24. इंसान
25. नो
26. मेहमानदारी
27. दूसरी आज़ादी
28. अशान्त
29. मज़बूरी
30. मानव विकास
31. सपना
32. ईश्वर चंद विद्यासागर
33. मज़ाक
34. काश!
35. विवश
36. भाई-भाई
37. सिद्धांत
38. साहस
39. नोट
40. मंत्रीजी का साला
41. स्थानांतरण
42. भीड़
43. दिक्कत
44. तृष्णा
45. पुनर्जन्म
46. मौन स्वीकृति
47. सद्भाव
48. बंधुवा
49. दया
50. मरणोपरांत
51. ये तो सच है
52. मिली भगत
53. चोरी
54. ऊँचाई.
55. मोहे बिटिया ही दीजो
56. लाइसेंस
57. कमाई
58. चरित्र
59. इसी लायक
60. मनीऑर्डर..
61. बुरा क्या है
62. महिला दिवस
63. आशावान
64. किस्सा
65. मुरादें
66. लाइन हाजिर
मुमताज़ सादिक
पिता : हाजी अल्लाल मेहर
माता : श्रीमती सलीमा
जीवन संगनी : श्रीमती हनीफा खातून
जन्म तिथि : 3 सितम्बर 1951
जन्म स्थान : खाद मोहन नगर बुलन्दशहर (उ०प्र०)
शिक्षा : एम.एससी. 'कृषि रसायन'
अभिरुचियाँ :
धर्म, दर्शन, इतिहास, पुरातत्व एवं साहित्य।
सम्प्रति :
उ.प्र. सहकारी चीनी मिल संघ लि. लखनऊ के अधीनस्थ मुख्य गन्ना अधिकारी पद पर कार्यरत
प्रकाशित कृतियाँ :
1. गंगा-जमनी प्रीत (दोहा संग्रह)
2. पथरीले पथ के आस-पास (बोध कविताएँ) 3.त.ता..ती... (लघुकथा संग्रह)
प्रकाशन में :
तुम्हारा प्यार मिला (गीत संग्रह)
समय के सहचर (मुक्त कविता)
साँची कहे कबीर (लघुकथा)
वर्तमान पता :
मुख्य गन्ना अधिकारी रमाला सहकारी चीनी मिल, रमाला, बागपत (उ.प्र.)
स्थाई पता :
17-सी. (द्वितीय) राजीव पार्क खानपुर, दिल्ली
मोबाइल:09411078054
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