क्षितिज (संवादात्मक लघुकथा-अंक)-2021/सतीश राठी (सं.)

क्षितिज

समकालीन लघुकथा लेखन की विशिष्ट पत्रिका

• अंक : 12 • वर्ष : 2021

संवादात्मक लघुकथा अंक

सम्पादन 

● सतीश राठी ● दीपक गिरकर

सम्पादन मंडल 

● वसुधा गाडगिल ● अंतरा करवड़े

कला सहयोग : संदीप राशिनकर

परामर्श मंडल 

● सूर्यकांत नागर, ● पुरुषोत्तम दुबे, ● योगेंद्रनाथ शुक्ल, ● अश्विनी कुमार दुबे, ● चरण सिंह अमी

विधिक सलाहकार : सुभाष त्रिवेदी

क्षेत्रीय सलाहकार

● उज्जैन-संतोष सुपेकर ● नीमच - बालकृष्ण नीमा ● चेन्नई - बी.एल. आच्छा ● भोपाल कांता राय ● मुंबई - अनंत श्रीमाली ● गुरुग्राम अनघा जोगलेकर ● अयोध्या-हनुमान प्रसाद मिश्र ● जबलपुर-पवन जैन ● छिंदवाड़ा-पवन शर्मा

विशेष सहयोग

अदिति सिंह भदोरिया, ब्रजेश कानूनगो, दिलीप जैन, दौलतराम आवतानी, जितेंद्र गुप्ता, ज्योति जैन, किशनलाल शर्मा, ललित समतानी, प्रदीप नवीन, नरेंद्र जैन, निधि जैन, राममूरत राही, सीमा व्यास, सुषमा व्यास, सुरेश रायकवार, उमेश कुमार नीमा, विश्वबंधु नीमा, विनीता शर्मा, विजया त्रिवेदी

● सम्पादन/संचालन : अवैतनिक/अव्यावसायिक

सहयोग राशि : रु.200/

सम्पर्क : क्षितिज, आर-451, महालक्ष्मी नगर, इंदौर-452010 (म.प्र.) 

ई-मेल : rathisatish1955@gmail.com

संपादकद्बय की ओर से 'अपनी बात'

लघुकथा साहित्य की विशिष्ट पत्रिका 'क्षितिज' के द्वारा प्रकाशित वर्ष 2019 का 'सार्थक लघुकथा अंक' (लघुकथा की सार्थकता की विवेचना) बहुत चर्चा में रहा, तथा उस अंक में जो नवीन प्रयोग किया गया था कि, आपको किसी व्यक्ति की जो लघुकथा पसंद आई हो, उस लघुकथा पर एक विवेचनात्मक टिप्पणी के साथ लघुकथा प्रकाशन के लिए प्रेषित करना है। इस विचार को सर्वत्र सराहना मिली। बहुत सारी लघुकथाएँ और उनकी विवेचनाएँ हमें प्राप्त हुई। कठोरता से चयन करने के पश्चात 208 पेज का यह विशेषांक प्रस्तुत किया गया और इसे पुस्तक के रूप में भी निकाला गया। इस विशेष अंक की माँग भी बहुत रही।

वर्ष 2020 के प्रारंभ से ही सारे विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप रहा, जो अभी तक चल रहा है। वर्ष 2020 में देश को एक लंबे लॉकडाउन का सामना भी करना पड़ा। साहित्य के परिदृश्य में कोरोना महामारी को लेकर बहुत सारा साहित्य सृजन किया गया और विभिन्न माध्यमों में उन्हें प्रकाशित भी किया गया। आभासी दुनिया में इस तरह का लेखन बहुत अधिक मात्रा में सामने आया और कुछ अच्छा लेखन चर्चा में भी रहा। इसी विचारधारा को लेकर वर्ष 2020 में क्षितिज के द्वारा 'कोरोना काल की लघुकथाएँ' इस शीर्षक से एक ई-पत्रिका प्रकाशित की गई, जिसका संयोजन अंतरा करवड़े के द्वारा किया गया। पत्रिका का यह प्रयोग भी बहुत सराहा गया।

क्षितिज संस्था द्वारा वर्ष 1983 से लघुकथा को लेकर काम किया गया है और उसके विभिन्न पहलुओं पर विशेष अंक निकाले गए हैं। 35 वर्ष के सफर पर एक विशेष स्मारिका भी प्रकाशित की जा चुकी है। वर्ष 2018 तथा 2019 में क्रमशः दो दिवसीय एवं एक दिवसीय आयोजन भी किए जा चुके हैं, जिन्हें बहुत सराहना मिली है। इन आयोजनों में बहुत सारे लघुकथा लेखकों का सम्मान भी क्षितिज ने किया है। क्षितिज के कार्यों पर और प्रकाशन पर एक विशेष विस्तृत उल्लेख भाई श्री योगराज प्रभाकर ने लघुकथा कलश के प्रथम रचना प्रक्रिया विशेषांक में किया है।

वर्ष 2021 क्षितिज का यह अंक संवादात्मक लघुकथा पर केंद्रित है। लघुकथा लेखन की विभिन्न शैलियों पर हमने पहले काम किया है, लेकिन संवाद शैली पर अभी तक कोई प्रकाशन समग्रता के साथ प्रस्तुत नहीं कर सके, इसलिए इस बार की संकल्पना रही कि प्रस्तुत अंक संवाद शैली की लघुकथाओं को लेकर प्रकाशित किया जाए।

डॉ. अशोक भाटिया लघुकथा समालोचना के क्षेत्र में पिछले लंबे अरसे से बड़ा महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। इंदौर के आयोजन में भी उनका व्याख्यान बड़ा महत्वपूर्ण रहा है और पिछले दिनों उनकी एक पुस्तक 'परिंदे पूछते हैं बहुत चर्चित रही है, जिसे लघुकथा शोध केंद्र भोपाल की संस्थापक श्रीमती कांता राय के द्वारा उनके प्रकाशन संस्थान अपना प्रकाशन से प्रस्तुत किया गया इस पुस्तक में संवाद शैली की लघुकथाओं पर उनका कथन बड़ा महत्वपूर्ण है और उसे यहाँ पर मैं यथावत उल्लेखित कर रहा हूँ।

डॉ. अशोक भाटिया के अनुसार, 'संवाद शैली को नाटकीय शैली भी कहते हैं, क्योंकि नाटक में भी सिर्फ संवाद होते हैं। संवाद शैली में ऐसी लघुकथाएँ लिखी जा सकती हैं, जिनमें किसी भी और वर्णन के बिना काम चल सकता है। ऐसी लघुकथाओं का प्रभाव भी बहुत अधिक रहता है, क्योंकि पाठक सीधे-सीधे पात्रों से रूबरू होता

हमारा भी ऐसा मानना है कि संवाद शैली की लघुकथाओं की ध्वन्यात्मकता बहुत अधिक होती है, तथा वह सीधे-सीधे पाठक के मन में प्रवेश करती है। संवाद शैली की लघुकथा की एक विशेष बात यह भी होती है कि वह भाषा की कसावट की मांग करती है। जब इस संकलन के लिए हमें लघुकथाएँ प्राप्त हुई तो बहुत सारे लेखकों ने वर्णनात्मक लघुकथाएँ प्रेषित कर दी, जिन्हें हमें नकारना पड़ा, क्योंकि हम संवाद शैली पर केंद्रित अंक ही प्रस्तुत करना चाहते थे। संवाद शैली में भाषा की कसावट और लघुकथा की बुनावट बड़ी महत्वपूर्ण होती है। शिल्प का चमत्कारिक प्रयोग इसमें परिलक्षित होता है, इसीलिए ऐसी लघुकथाएँ पाठक पसंद भी करते हैं। इस पुस्तक की लघुकथाएँ आपको कितना पसंद आती हैं, यह तो आपकी प्रतिक्रिया से ही हमें पता चलेगा। फिलहाल अंक आपके समक्ष प्रस्तुत है।

                                               • सतीश राठी

                                            • दीपक गिरकर

अनुक्रमणिका

1. अंजना अनिल

2. अंजलि सिफर

3. अंजू खरबंदा

4. अंजू निगम

5. अंतरा करवड़े

6. अतुल मोहन प्रसाद

7. अदिति सिंह भदौरिया

8. अनघा जोगलेकर

9. अनिता रश्मि

10. अनूपा हरबोला

11. अशोक जैन

12. आर. एस. माथुर

13. आशा गंगा शिरढोणकर

14. उमेश कुमार नीमा

15. उमेश महादोषी

16. उज्ज्वला केळकर

17. डॉ. उपमा शर्मा

18. ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' 

19. कनक हरलालका

20. कमलेश भारतीय

21. कान्ता रॉय

22. कुमार नरेंद्र

23. डॉ. कुँवर प्रेमिल

24. कुसुम पारीक

25. कोमल वाधवानी 'प्रेरणा'

26. कृष्ण मनु

27. डॉ. चंद्रा सायता

28. डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी 

29. चित्रा राणा राघव

30. चेतना भाटी

31. चैतन्य त्रिवेदी

32. जगदीश राय कुलरियां

33. ज्योति जैन

34. डॉ. ज्योति सिंह

35. ज्योत्स्ना 'कपिल'

36. जितेन्द्र गुप्ता

37. तेज वीर सिंह 'तेज'

38. दिलीप जैन

39. दिव्या राकेश शर्मा

40. दीपक गिरकर

41. दीपाली ठाकुर

42. नंदकिशोर बर्वे

43. नमिता सचान सुंदर

44. पदम गोधा

45. पवन जैन

46. पवन शर्मा

47. पवित्रा अग्रवाल

48. पारस दासोत

49. डॉ. पुरुषोत्तम दुबे

50. पुष्पा कुमारी 'पुष्प'

51. पूनम सिंह

52. डॉ. प्रदीप उपाध्याय

53. प्रतिभा पाण्डे

54. प्रेरणा गुप्ता

55. बलराम

56. बलराम अग्रवाल

57. बी.एल. आच्छा

58. ब्रजेश कानूनगो

59. मधु जैन

60. मधूलिका सक्सेना

61. मनोरमा जैन पाखी

62. महेश राजा

63. मुकेश शर्मा

64. राजेन्द्र वामन काटदरे

65. डॉ. रामकुमार घोटड़


66. डॉ. रामनिवास मानव

67. राममूरत राही

68. योगराज प्रभाकर

69. डॉ. योगेंद्रनाथ शुक्ल

70. रूप देवगुण

71. ललित समतानी

72. लक्ष्मीनारायण अग्रवाल

73. डॉ. वन्दना गुप्ता

74. डॉ. वसुधा गाडगिल

75. डॉ. विनीता राहुरीकर

76. विनीता शर्मा

77. विभा रश्मि

78. विभा रानी श्रीवास्तव

79. शर्मिला चौहान

80. डॉ. शील कौशिक

81. डॉ. संगीता गांधी

82. डॉ. संगीता तोमर

83. डॉ. संगीता भारूका

84. संतोष सुपेकर

85. डॉ. सतीश दुबे

86. सतीश राठी 

87. डॉ. सतीश शुक्ल

88. सदानंद कवीश्वर

89. सरिता सुराणा

90. सविता इन्द्र गुप्ता

91. सावित्री कुमार

92. सीमा जैन 'भारत'

93. सीमा व्यास

94. सीमा वर्मा

95. सुदर्शन रखाकर

96. सुनीता प्रकाश

97. सुमन ओबेरॉय

98. सुरेश रायकवार

99. सुरेश शर्मा

100. सुषमा व्यास 'राजनिधि' 

101. सूर्यकांत नागर

102. स्नेह गोस्वामी

103. हनुमान प्रसाद मिश्र

सतीश राठी

सम्पर्क : क्षितिज, आर-451, महालक्ष्मी नगर, इंदौर-452010 (म.प्र.) 

ई-मेल : rathisatish1955@gmail.com

दीपक गिरकर


 

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वसुधा करे पुकार / कपिल शास्त्री (संपादक)

लघुकथा ट्रेवल्स / प्रबोध कुमार गोविल (संपादक)

क्षितिज/सतीश राठी-दीपक गिरकर