लघुकथा-संग्रह/2021/अंजु खरबंदा

लघुकथा-संग्रह : उजली होती भोर

लघुकथाएं   : 71

कुल पृष्ठ       : 146

प्रकाशन वर्ष  : 2021

प्रकाशक.      : इंडिया नेटबुक्स प्रा.लि.

ISBN.          : 978-93-91186-54-8

अनुक्रम :

होम हैप्पी होम 

सौ बटा सौ 

सोलमेट 

सांझा चूल्हा 

गुब्बारे वाला 

मुखिया 

संस्कार के बीज 

शुकली 

डिशवॉशर 

स्वेटर

उजली होती भोर 

खुला आसमान 

थप्पड़

समाधिस्थ

काव्यांजलि 

संवेदना 

तारू  

मीठा सा बदलाव 

श्राद्ध का अधिकार 

गांधीगिरी

सौ सुनार की एक लोहार की 

बुलावा 

अपना घर एक अलग नजरिया 

गिले-शिकवे की पोटली 

पालना 

कर्ज

जिद

दाह संस्कार 

मजबूत जड़े 

खटास

वामा 

भेड़िया मानव 

अपनी अपनी दिशाएं 

व्याकुल बेताल 

कही अनकही 

नई सोच 

कठपुतलियां 

सौ का नोट 

सूजी का हलवा 

ऑब्जरवेशन 

प्रमोशन

अंतर्द्वंद

चौपदी 

कसैला स्वाद 

वक्त का तकाजा 

परिमल 

गुबरैला 

नई परिपाटी 

लंच बॉक्स 

अपना कमरा 

अवतार 

आखिरी कपड़ा 

चौखट 

रोज डे 

अम्मा 

यह तेरा घर यह मेरा घर 

टिप

मूलमंत्र 

रोटी 

मानवधर्म 

खिसियानी बिल्ली 

इनविटेशन 

कलमुंही 

झूठे झगड़े 

प्रेम पगे रिश्ते गोकाष्ट 

असली उपहार 

सरप्राइज 

अजब पहेली 

एक पंथ दो काज 

बदलती प्राथमिकताएं

अंजू खरबंदा, दिल्ली

फोन नं: 9582404164

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