लघुकथा-संकलन-2010/अशोक भाटिया (सं.)
प्रकाशन वर्ष : 2010
सम्पादक : अशोक भाटिया
प्रकाशक : इन्द्रप्रस्थ प्रकाशन, के-71, कृष्णानगर, दिल्ली-110051
आईएसबीएन: 978-81-7150-062-8
अनुक्रम
सन् 1970 तक की हिंदी लघुकथाएँ - अशोक भाटिया
- माधवराव सप्रे - एक टोकरी-भर मिट्टी
- प्रेमचंद - 1. दरवाजा, 2. बाबाजी का भोग, 3. गुरु-मंत्र, 4. गमी, 5. राष्ट्र का सेवक, 6. देवी, 7. बंद दरवाजा, 8. दूसरी शादी, 9. कश्मीरी सेब, 10. यह भी नशा, वह भी नशा
- माखनलाल चतुर्वेदी - 1. बिल्ली और बुखार, 2. अधिकारी पाकर
-पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र' - 1. भक्ति, 2. भगवान, 3. शैतान
-जयशंकर प्रसाद - 1. वैरागी, 2. बेड़ी, 3. पत्थर की पुकार, 4. विजया, 5. प्रसाद, 6. गूदड़ साईं, 7. उस पार का योगी, 8. करुणा की विजय, 9. खँडहर की लिपि, 10. कलावती की शिक्षा, 11. चक्रवर्ती का स्तंभ
-पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी- झलमला
- छबीलेलाल गोस्वामी-विमाता
- जगदीशचन्द्र मिश्र - 1. दो फोन दो : अदालतें, 2. एक पौंड ऊन : एक छटाँक मलाई, 3. तीसरे पैर का खोट, 4. राज्याश्रय, 5. धूल-मिट्टी की परत, 6. स्त्री-पूजा, 7. अमृत की घूँट, 8. गरीबी अमीरी, 9. पुष्टई की दवा, 10. संसार का नियम, 11. आतिथ्य लाभ, 12. भाई-भाई, 13. मिट्टी के आदमी
-सुदर्शन - 1. देवताओं का जन्म, 2. दो पंडित, 3. दो पगले, 4. तीन कहकहे, 5. मेरी बड़ाई, 6. ऊँट, चींटी और पहाड़, 7. पनघट पर, 8. मेरी हार, 9. मेरी जीत, 10 मनचला, 11. कबीर की पहचान, 12. चोर, 13. मजदूर, 14 दुनियादार
-रामवृक्ष बेनीपुरी -घास वाली
-अयोध्याप्रसाद गोयलीय - 1. इन्सानियत, 2. हृदय परिवर्तन, 3. शाने मुफलिसी, 4. गधे का विश्वास, 5. इतवार वाले बाबूजी, 6. नादिहन्द, 7. सहृदयता का मूल्य, 8. एक वे भी मुसाफिर थे, 9. मित्र के लिए, 10. लातों के भूत, 11. प्रतिज्ञा न लेने की प्रतिज्ञा, 12. जमा-खर्च
-यशपाल- संतोष का क्षण
-कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' - 1. नन्दन, 2. आकाशवाणी, 3. संसार की साक्षी, 4. किसके चरणों में, 5. असफलता, 6. मध्यस्थ, 7. तीन गुच्छियाँ, 8. प्रश्नोत्तर, 9. वे दोनों, 10. पुरस्कार और दान, 11. सुराही और प्रतिमा, 12. एक प्रश्न, 13. नन्दा, 14 भिखारी, 15. मैं जान गया!, 16. दो मित्र, 17. इंजीनियर की कोठी
- रामधारीसिंह 'दिनकर' - 1. कलाकार, 2. जीवन का बोझ, 3. अफसर और पैगंबर, 4. बीज बनने की राह
- उपेन्द्रनाथ 'अश्क' - 1. केवल जाति के लिए, 2 पछतावा, 3. भाई, 4. आर्टिस्ट, 5. डाँकी, 6 दो आने की मिठाई, 7. बगूले, 8. आ लड़ाई आ, मेरे आँगन में से जा !
- रावी - 1. प्रेम की जीत, 2. जलता दीपक, 3. पत्थर के घोड़े, 4. पतित-पावन, 5. खोज की माया, 6. भिखारी और चोर, 7. नया बल, 8. पहले बाहर, फिर भीतर, 9. सिद्धि का अंत
- विष्णु प्रभाकर - 1. भला काम, 2 इतनी सी बात, 3. अतिथि, 4. क्षमा, 5. चोर की ममता, 6. डॉक्टर और चोर, 7. इन्सान, 8. चोरी का अर्थ, 9. पश्चात्ताप, 10. सहानुभूति, 11. बड़ा दिल, 12. तर्क का बोझ, 13. मूक शिक्षण
- जानकीवल्लभ शास्त्री - पंडितजी
- रामनारायण उपाध्याय - 1. छुटकारा, 2. सिंह न्याय, 3. सहानुभूति
- हरिशंकर परसाई - 1. भगवान को घूस, 2. रसोईघर और पाखाना, 3. बात, 4. दानी, 5. अपना पराया, 6. क्रांति हो गई, 7. संस्कृति, 8. पुण्य, 9. गधा और मोर, 10. राम और भरत, 11. उपदेश, 12. भगवान और ट्रैक्टर
-दिगंबर झा - 1. भिखारिन, 2. धूप-छाँह, 3. जिन्दगी और जमीन, 4. नारी का रूप
-आनन्द मोहन अवस्थी - 1. इन्सान, 2. अन्नअप्पा, 3. भलाई- बुराई, 4. बन्धनों की रक्षा, 5. चोर! चोर! चोर !..., 6. भाग्य, 7. होली का चंदा, 8. प्यार के भाव
-शरदकुमार मिश्र 'शरद' - 1. दण्ड विधान, 2. कला का मूल्य, 3. विडम्बना, 4. स्नेह का बल, 5. स्नेह का स्वाद, 6. सन्देह, 7. बाप और बेटा, 8. गरीब का हृदय, 9. ढोल की पोल, 10. दाव-पेंच, 11. दो तस्वीरें
-ब्रजभूषण सिंह 'आदर्श' - 1. विडम्बना, 2. आँखें, आँसू और कब्र, 3. समाज-सेविका, 4. समय-समय की बात
-श्यामनंदन शास्त्री - 1. आलोचक, 2. धरती का काव्य, 3. धर्म, 4. पाषाण और पंछी, 5. कब्रिस्तान में, 6. देशभक्त, 7. सभ्य-असभ्य, 8. दृष्टि की सीमा
-पूरन मुद्गल - कुल्हाड़ा और क्लर्क
-युगल - 1. राजस्व, 2. गंगा आज भी चुप है
-सुरेन्द्र मंथन- सबसे बड़ा
-सतीश दुबे-धर्म-निरपेक्षता
डॉ. अशोक भाटिया
ज्ञान वर्धक जानकारी, गर्व करने योग्य संकलन,मार्गदर्शक साभार सहेज रही हूं.
जवाब देंहटाएंबहुत मूल्यवान लघुकथा संग्रह ।संग्रहणीय । क्या ये अब भी उपलब्ध है ?
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