सुकेश साहनी की सृजन-संचेतना/भगीरथ परिहार
लेखक-भगीरथ परिहार
प्रकाशक-बोधि प्रकाशन
सी-46, सुदर्शनपुरा इंडस्ट्रियल एरिया एक्सटेंशन नाला रोड, 22 गोदाम, जयपुर-302006
फोन: 0141-2213700, 9829018087
ई-मेल: bodhiprakashan@gmail.com
प्रथम संस्करण : 2019
ISBN: 978-93-89177-74-9
अनुक्रम
अग्रलेख
विवेचना खण्ड
ईश्वर
डरे हुए लोग
गोश्त की गंध
त्रिभुज के कोण
आइसबर्ग
कुआँ खोदने वाला
पैण्डुलम
बैल
मृत्युबोध
ठंडी रजाई
धुएँ की दीवार
बिरादरी
स्कूल
फॉल्ट
प्रतिमाएँ
अथ उलूक कथा
आधी दुनिया
उतार
नंगा आदमी
कसौटी
चादर
शिनाख्त
कोलाज़
मेंढकों के बीच
मास्टर
परजीवी
मछली मछली कितना पानी
कैक्टस और कुकुरमुत्ते
किरचें
कम्प्यूटर
खेल
वायरस
दाहिना हाथ
मैं और वह
ओए बबली
रास्तों से दोस्ती
ग्लोबल विलेज
फ़ेस टाइम
चिड़िया
विवेच्य लघुकथाएँ
ईश्वर
डरे हुए लोग
गोश्त की गंध
त्रिभुज के कोण
आइसबर्ग
कुआँ खोदने वाला
पैण्डुलम
बैल
मृत्युबोध
ठंडी रजाई
धुएँ की दीवार
बिरादरी
स्कूल
फॉल्ट
प्रतिमाएँ
अथ उलूक कथा
आधी दुनिया
उतार
जागरूक
नंगा आदमी
कसौटी
चादर
शिनाख्त
कोलाज़
मेंढकों के बीच
मास्टर
परजीवी
मछली मछली कितना पानी
कैक्टस और कुकुरमुत्ते
किरचें
कम्प्यूटर
खेल
वायरस
दाहिना हाथ
मैं और वह
ओए बबली
रास्तों से दोस्ती
ग्लोबल विलेज
फ़ेस टाइम
चिड़िया
भगीरथ परिहार
रावतभाटा (कोटा) राजस्थान में रहते हैं. उन्होंने बी.एससी, बी.एड, एम.ए. (राजनीति शास्त्र व अर्थशास्त्र) तथा एल.एल.बी की शिक्षा ग्रहण की.लम्बे समय तक परमाणु ऊर्जा विभाग के केन्द्रीय विद्यालय में अध्यापन करते हुए 2004 में सेवा निवृत होकर अब स्वतन्त्र लेखन में व्यस्त हैं.
सन 1972 से ही लघुकथा लेखन में सृजनरत. ‘अतिरिक्त’ (1972 फोल्डर पत्रिका)का संपादन तत्पश्चात ‘गुफाओं से मैदान की ओर’(लघुकथा का पहला संकलन 1974 रमेश जैन के साथ सम्पादित), का प्रकाशन. अन्य सम्पादित पुस्तकों में पंजाब की चर्चित लघुकथाएँ व राजस्थान की चर्चित लघुकथाएँ (2001लघुकथा संकलन) पड़ाव और पड़ताल : खंड-4 (लघुकथा एवं समालोचना संकलन), ‘मैदान से वितान की ओर’ (श्रेष्ठ लघुकथाएँ) इन्टरनेट पर प्रकाशित.
मौलिक प्रकाशित पुस्तकें-‘पेट सबके हैं’ एवं ‘बैसाखियों के पैर’ (लघुकथा संग्रह). बाजीगर (कहानी संग्रह), ‘हिंदी लघुकथा के सिद्धांत’ (सैद्धांतिक समालोचना) एवं लघुकथा समीक्षा (समालोचनात्मक समीक्षा). ‘कथा शिल्पी सुकेश साहनी की सृजन संचेतना’ (समीक्षा)
दिशा प्रकाशन, दिल्ली; पंजाबी की मिन्नी पत्रिका, अमृतसर व लघुकथा शोध केंद्र, भोपाल ने लघुकथा लेखन के लिए सम्मानित किया.
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