लघुकथा कौमुदी/ शकुंतला अग्रवाल 'शकुन'

लघुकथा-संग्रह  : लघुकथा कौमुदी 

कथाकार  : शकुंतला अग्रवाल  'शकुन'

प्रकाशक :

साहित्यागार

धामाणी मार्केट की गली, चौड़ा रास्ता, जयपुर

फोन : 0141-2310785, 4022382, 2322382, Mob.: 9314202010

e-mail: sahityagar@gmail.com

website : sahityagar.com 

webmail : mail@sahityagar.com

संस्करण : 2022

ISBN : 978-93-92692-80-2

मूल्य : ₹ 200.00

आत्मकथ्य

वर्तमान समय में अति व्यस्त जीवन-शैली के कारण, व्यक्ति के पास समयाभाव रहता है । अत: पठन-पाठन को ज्यादा समय दे पाना मुश्किल हो गया है। ऐसे दौर में लघुकथा, अंगद की तरह अपने पाँव जमाने में सफल होती दिखाई दे रही है।

गद्य - साहित्य के अंतर्गत लघुकथा ही सबसे कम शब्दों में निरूपित होकर, पाठक के हृदय-पटल पर अपनी छाप छोड़ने में सफल हुई है।

वीणापाणि की असीम कृपा से निजी लेखनी के द्वारा अब तक चार काव्य संग्रह की रचना हुई है।

'लघुकथा कौमुदी' एक ऐसा गुलदस्ता है, जिसमें आपको अनेक तरह के फूलों की खुशबू प्राप्त होगी।

इसमें मैंने समाज के विभिन्न पहलुओं पर कलम चलाने की पुरजोर कोशिश की है। भाषा सहज व सरल है । आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि पुस्तक आपको पसंद आएगी।

आदरणीय त्रिलोक सिंह जी ठकुरेला ने 'लघुकथा कौमुदी' की भूमिका लिखी है। उसके लिए उनको बहुत-बहुत धन्यवाद...

- शकुंतला अग्रवाल 'शकुन'


अनुक्रम

1. धानी- चूनर

2. सच्ची निष्ठा

3. भीत

4. चोरी

5. धौंस

6. लावा

7. आहुति

8. विष- बेल

9. बारिश की बूँद

10. मुर्दे

11. उड़ान

12. दुआएँ

13. आत्मसंतोष

14. सफर

15. खून

16. अरमान

17. दर्शन

18. जिद्द

19. असलियत

20. सूरज की किरण

21. मूली

22. भरोसा

23. अंकुश

24. सब्र

25. अलविदा

26. स्त्री

27. द्वंद्व

28. घाणी का बैल

29. सबको मार दिया

30. एक बार

31. इतिहास

32. मन

33. भविष्य

34. उथल-पुथल

35. सशक्त

36. आईना 

37. आड़

38. संकल्प

39. वर्चस्व

40. हलका

41. हवा

42. आकर्षण

43. अहसास

44. छतरी

45. सशक्तीकरण

46. दोष

47. मजाक

48. प्रस्ताव

49. सरप्राइज़ 

50. गिरगिट

51. यह क्या बला है

52. अनर्थ

53. खबरदार

54. दाग

55. खून की होली

56. पर्दा

57. हवस

58. चयन

59. असर

60. खरा सोना 

61. चोरी

62. कवच

63. पिंजरे

64. पत्थर

65. बोझ

66. सपने

67. जड़

68. लकीरें

69. कीमत

70. सरोकार

71. फूट

72. आग

73. आश्वासन

74. चटखारे

75. भूख

76. गंध

77. बधाई

78. नाली का कीड़ा

79. पहनावा

80. रंगत

81. माल

82. ओढ़नी का दस्तूर

83. ढपोर

84. पश्चाताप

85. दुम

86. दीवार

87. दोषारोपण

88. काबिल

89. पुलिस

90. सम्मान

91. मन्दिर को घण्टो


शकुंतला अग्रवाल 'शकुन'

पति : श्री अशोक कुमार अग्रवाल

पिता : श्री रामनारायण जी अग्रवाल (स्व.)


माता : श्रीमती मनोहर देवी

शिक्षा : एम.ए. (राजनीति विज्ञान) व सी. लिब.

विधाएँ : लघुकथा व छांदसिक रचनाएँ।

प्रकाशित कृतियाँ :

1. दर्द की परछाइयाँ (2018), 

2. बाकी रहे निशान, दोहा संग्रह (2019), 

3.  काँच के रिश्ते, दोहा संग्रह (2020), 

4. भावों की उर्मियाँ, कुंडलियाँ संग्रह (2021) 

अनेक साझा संग्रह प्रकाश्य : घनाक्षरी, गीत, कविता, एकांकी, कहानी संग्रह ।

सम्मान व अलंकरण :

●हिंदी दिवस पर जिला साहित्यकार परिषद भीलवाड़ा द्वारा 'साहित्य सुधाकर' - 2018, 

●विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ द्वारा 'विद्यावाचस्पति' सम्मान - 2018,  

●द्वारकेश साहित्य परिषद, कांकरोली द्वारा सम्मानित - 2019, 

● काव्यांचल ग्रुप - 'छंद - रथी' - 2019,  

● फरवरी 2020 में दोहा शिरोमणि सम्मान व अन्य कई सम्मान ।

पता : हनुमंत कृपा, 10 - बी 12, आर. सी. व्यास कॉलोनी, केशव हॉस्पिटल के पास, भीलवाड़ा (राज.) पिन - 311001

मोबाइल :9462654500

ई-मेल : Shakuntalaagrwalx@gmail.com

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