अपने लोग /डॉ. प्रभाकर शर्मा - पं. आनन्द चतुर्वेदी (

 (संतोष सुपेकर द्वारा प्रेषित)

श्री निराला साहित्य मण्डल उज्जैन

एक परिचय 

श्री निराला साहित्य मण्डल उज्जैन का गठन 15 अक्टूबर 1961 को सर्वश्री राजेन्द्र शर्मा, कृष्ण गोपाल द्विवेदी, गिरिराजसिंह राणावत, महेश शर्मा की मंडली ने किया तथा दादा चिंतामणि उपाध्याय ने इस गठन की विधिवत् घोषणा की।

डॉ शिवमंगल सिंह 'सुमन' और आचार्य गुरुवर राममूर्ति त्रिपाठी ने निराला साहित्य मंडल, उज्जैन के संरक्षक बनने की स्वीकृति प्रदान की । तत्कालीन अध्यक्ष बाबूलाल कोठारी जी के संपादन में 'विशाला' तथा 'प्रेरणा' काव्य संकलन  श्रीयुत आनंद चतुर्वेदी के संपादन में प्रकाशित हुआ।

मंडल द्वारा आयोजित परिचर्चा, परिसंवाद, निबंध प्रतियोगिता के सफल आयोजन भी मंडल की देन रहे । निराला साहित्य मंडल के प्रयासों से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला कृत सरस्वती वंदना 'वीणा वादिनि वर दे' की रिकार्डिंग करवाकर तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन ने आकाशवाणी के दिल्ली केन्द्र से कई वर्षों तक प्रातःकालीन सभा का आयोजन करवाया जो अनेक वर्षों तक निरंतर जारी रहा । निराला साहित्य मंडल के कार्यक्रमों में वरिष्ठ साहित्यकारों की उपस्थिति रहा करती थी जिनमें डॉ शिवमंगल सिंह 'सुमन', आचार्य राममूर्ति त्रिपाठी, आचार्य नंददुलारे वाजपेई, डॉ. पवन कुमार मिश्र, शरद जोशी, प्रभाकर माचवे, चंद्रकांत देवताले, साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त श्री नरेश मेहता, डॉ. चिंतामणि उपाध्याय, लोक साहित्य के कवि मोहन सोनी, शिव चौरसिया सहित नगर के अनेक रचनाकार, चिंतक व साहित्य प्रेमी शामिल होते थे ।

आनंद चतुर्वेदी के निरंतर अध्यक्ष बनने के कारण आपको सन् 2009 में सर्वसम्मति से निराला साहित्य मण्डल, उज्जैन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । लम्बे अंतराल के बाद चतुर्वेदी जी की प्रेरणा से ही इस लघुकथा संग्रह का प्रकाशन संभव हो सका है।

डॉ. प्रभाकर शर्मा

लघुकथा संग  : अपने लोग...

सम्पादक :

डॉ. प्रभाकर शर्मा

पं. आनन्द चतुर्वेदी

प्रकाशक : निराला साहित्य मण्डल, उज्जैन

सर्वाधिकार सुरक्षित : निराला साहित्य मण्डल, उज्जैन

प्रथम संस्करण : वर्ष 2023 बसंत पंचमी

मूल्य 150/- रु.

डॉ. प्रभाकर शर्मा

जन्म - 9 फ़रवरी 1949

शिक्षा - एम.ए. एम.फिल, पीएच-डी

प्रकाशन - कविता, कहानी लघुकथा, लेख, समीक्षा, स्थानीय समाचार पत्र, पत्रिकाओं व लोकभाषा मालवी में ।

सम्मान - अक्षर साहित्य सम्मान, नार्मदीय गौरव, नार्मदीय रत्न, सरल काव्यांजलि, शब्द निष्ठा अजमेर, वरिष्ठ समीक्षक सम्मान दैनिक अग्निपथ, प्रलेस बड़नगर, मांगीलाल अग्निहोत्री काव्य सम्मान बालमंच, उज्जैन पर्यावरण यात्राएँ सम्मान|

संपादन - पत्रिका - 1- क्षितिज हिन्दी विभाग वि.वि. काव्य 2- मंथन, 3- नार्मदीय लोक (उज्जैन

विशेषांक) 4 - अभिरुचि  (धार विशेषांक)

समाचार पत्र सांध्य दैनिक - अन्नपूर्णा दर्शन

संबद्ध - साहित्य मंथन, हस्ताक्षर, सर्जना, कवितायन, शब्द प्रवाह, प्रदेश उज्जैन, श्री निराला साहित्य मंडल, उज्जैन मालवी पत्रिका जगर-मगर, सांझी, आश्वस्त, सरल काव्यांजलि से।

काव्य संकलन 1- कुंकुम रचे पैरों के निशान, 3- घबराए हुए समय में, 4- ज़हर के खिलाफ

स्मृतियों के पनिले मेघ (श्रीमती आशा टंडन),

लघुकथा संग्रह - सम्पादन गागर में सागर, सागर के मोती ( स्व. अरविंद नीमा स्मृति), 

संप्रति - भारत संचार निगम से सेवानिवृत्त होकर स्वतंत्र लेखन में। 

मोबाइल - 9425984719

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