वामन के डेग / पारस कुंज (सं.)
संपादक : पारस कुंज
मूल्य : पचास रुपये
प्रथम संस्करण: 1994 ई०
सर्वाधिकार : सम्पादक
प्रकाशक : अंगदीप प्रकाशन
स्टेशन चौक, भागलपुर-812002 ( बिहार )
आवरण : रॉबिन
लघुकथा क्रम
1. अजीत अनुज - गिद्ध, तफरका, वर्दी
2. अशोक आनन - आम आदमी, हमदर्दी, अग्नि परीक्षा
3. ओमजी मिश्र - मिट्टी के इंसान, समय का फेर, बोहनी
4. आर. के. नीरद -- भूख, वारिस, सुरक्षा
5. एम. ए. हक - शीर्षकहीन, मैं, समझौता
6. कमल चोपड़ा - छोनू, सोहबत, पहली चिन्ता
7. ई. केदार नाथ — दो पाटन के बीच, मैं मनुष्य नहीं हूँ, मातृत्व
8. दिनेश बाबा - हाकिम, व्यवस्था का नियामक, रोब का सौदा
9. नैना जोगन – गुलामी की आदत, भाव, सच्चाई
10. नौशाद आलम आजाद - दावेदार, अपारचुनिटी, आत्महत्या
11. पारस कुंज — विसर्जन, डेड लिस्ट, भाग्योदय 12. परमेश्वर गोयल - नेक सलाह, भाव, जाति धर्म
13. बी. एम. राजमहेशपुरी - सम्मान का भूखा, लोभ, भाग्य कौन
14. मधुसूदन शर्मा - समीकरण, मर्यादा, असम्भव
15. मीना शिखा- स्वीकृति, छल, शराफत
16. मनाजिर आशिक हरगांवी - शोक, रंगीन कथन,
17. याकुब इन्शा — डोनेशन, घोंसला, जवाहीर योजना
18. योगेश कौशल – पहचान, नहले पे दहला, समानांतर चीखें
19. राजकुमार निजात — उत्तराधिकारी, पश्चाताप, मुर्गा
20. रामकिशोर—माहौल, व्यवस्था, उनकी श्रेष्ठता
21. रामजी शर्मा रजिका - जयजयकार, नया इतिहास, दास
22. प्रो. रवीन्द्र रवि - अछूतोद्धार, कमीशन, विभेद का द्वार
23. वेद हिमांशु - फूल के काँटे, लाड़ला, साँप छछुन्दर
24. शैलेशदत्त मिश्र - सती, मजबूरियाँ, दंगा
25. शहंशाह आलम नहीं तो, दूसरा कबूतर, मेहनतकश
26. सुचित्रा चक्रवर्ती निश्चित, चोरी, तोहफा
27. सतीशराज पुष्करणा - जैनरेशन गैप, सही न्याय, अपना देश
28. हसन रहबर — दान, रहस्य, भरम
■ कथा साहित्य में एक सशक्त...- बंकिम चंद्र बनर्जी
29. अलबर्ट कृष्ण अली-बनाना और उतारना
30. आनंद शंकर माधवन - उसका वही धर्म था
31. हरि कुँज - पारदर्शी आँचल
■ सच विधा नहीं — योगेन्द्र
32. अंजनी कु. विशाल - खबर
33. अनिरुद्ध प्र. विमल-मौका
34. इस्लाम साही - मुखौटा
35. उत्तम कु. पीयूष - पाखण्ड
36. केदार राम गुप्त - पवित्रता
37. किशन कालजयी-नौकरी
38. चंद्रगुप्त मौर्य - तांत्रिक की कमाई
39. दीपक सान्याल - चपत
40. निकहत परवीन-मजबूरी
41. पी. एन. जायसवाल - सेड्यूल
42. प्रकाश सूर्यवंशी - उल्टा-सीधा
43. बलिराम महतो हरिवेरा-समाज को चुनौती
44. ब्रह्मदेव बन्धु-पराजय
45. मनीर शबनम - सरे शाम
46. राजकुमार — क्या वे फिर
47. राजेन्द्र पंजियार - हितोपदेश
48. रविकांत नीरज — आवेदन
49. रवि कुमार केशरी - जिंदगी
50. रविशंकर रवि-मालिक
51. रमेश मोहता – पत्नी राज
52. लखन अकेला – पेशेन्ट
53. विनोद कुमार — बदलते मूल्य
54. बिपिन परमार क्रीमनल
55. सुधाकर - ज्ञान
56. सुनील कुमार मिश्र - उन्मूलन
57. सदाशिव सुगंध — रेट और रेट
58. किशोर अग्रवाल - खाली रिक्शा
■ हिन्दी लघुकथा : संवेदना और शिल्प - लखन लाल सिंह 'आरोही'
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