श्वेत सतह / रश्मि चौधरी
श्वेत सतह (लघुकथा-संग्रह)
रश्मि चौधरी
प्रकाशक :
बोधि प्रकाशन, सी-46, सुदर्शनपुरा इंडस्ट्रियल एरिया एक्सटेंशन, नाला रोड, 22 गोदाम, जयपुर-302006
फोन : 0141-2213700, 9829018087
ई-मेल : bodhiprakashan@gmail.com
कॉपीराइट रश्मि चौधरी
प्रथम संस्करण: 2021
ISBN: 978-93-5536-044-1
कम्प्यूटर ग्राफिक्स : बनवारी कुमावत
आवरण संयोजन : बोधि टीम
मुद्रक तरु ऑफसेट, जयपुर
मूल्य : ₹ 200/-
कुछ अपनी भी...
पढ़ने लिखने का मुझे शुरू से ही शौक रहा है। बचपन से ही मुझे कथा- कहानियाँ बहुत प्रभावित करती हैं। समय मिलते ही कुछ न कुछ पढ़ने की आदत सी हो गई है। निरंतर पढ़ना आवश्यक भी है। आजकल देखने में आता है कि लोगों के पास सब कुछ है सिवाय समय के। इसी कारण लेखन के क्षेत्र में लघुकथा आज लेखकों व पाठकों की माँग बन चुकी है। भारत ही नहीं विश्व के साहित्य पटल पर यदि हम नजर डालें तो लघुकथा अपना एक अलग ही स्थान बना चुकी है।
लघुकथा के माध्यम से लेखक बहुत ही आसानी से अपनी बात जन जन तक पहुँचा सकता है। समय की आपाधापी में व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र को उसका चेहरा दिखाने का कार्य साहित्यकार ही करता है। आपको मेरी लघुकथाएँ घर, परिवार, नारी और सामाजिक परिवेश के आसपास घूमती नजर आएँगी। सही बात तो यह है लेखक जो कहना चाहता है वह बात अनायास ही शब्द रूप में आकार लेकर प्रवाहित होने लगती है और मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं साहित्य के क्षेत्र में दखल रखूँगी परंतु साहित्यिक लोगों के बीच में रहते हुए अपने विचारों का आदान प्रदान करते हुए, साहित्यिक गोष्ठियों को सुनते-देखते हुए मेरे विचारों को सकारात्मकता का विस्तार मिला और मैंने लघुकथा लिखना प्रारंभ किया।
'अपने पराए' लघुकथा जो कि इस संग्रह में भी है, मेरी पहली प्रकाशित लघुकथा है जिसे 'नईदुनिया' जैसे प्रतिष्ठित अख़बार में स्थान मिला, वहीं से मैं और लघुकथाएँ लिखने के लिए प्रेरित हुई। मैंने अपनी पहली ही पुस्तक लघुकथा संग्रह के रूप में बनाने की मन में ठानी क्योंकि लेखन में मेरी प्रिय विधा लघुकथा ही है। परंतु कभी अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए मैंने अपने आपको कविताएँ, छंद, कहानियाँ और आलेख लिखने से भी नहीं रोका है।
मेरा यह प्रथम संग्रह देव तुल्य मेरे माता-पिता जिन्होंने मुझे इस धरा पर अस्तित्व प्रदान कर मुझ में आत्मविश्वास जगाया, स्वर्गीय ससुर जी एवं मातृतुल्य सासू माँ के चरणों में अर्पित है जिन्होंने सदा अपना आशीर्वाद और स्नेह से भरा हस्त मुझ पर रखा और संग्रह हेतु बहुत संबल प्रदान किया। मेरे घर के सबसे छोटे सदस्य मेरे बेटे अक्षत ने सभी लघुकथाएँ सबसे पहले सुनी और अपने बालमन की प्रतिक्रियाओं से मुझे अवगत कराया व खूब सहयोग भी किया। मेरी इन लघुकथाओं को संग्रह के रूप में परिवर्तित करने में और पूरे कार्य को संपादित करने में मेरे पति, मेरे सहचर प्रमोद जी भी सदा साथ रहे जिन्होंने कदम कदम पर मेरा सहयोग किया।
सहित्य के क्षेत्र के इस शुरुआती कदम में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहे श्रोता, साथीगण, समीक्षक, आलोचक आदि की मैं विशेष रूप से आभारी हूँ।
डॉ. शिवमंगल सिंह 'सुमन' के इन शब्दों के साथ--
"जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला
उस उस राही को धन्यवाद।
जीवन अस्थिर अनजाने ही,
हो जाता पथ पर मेल कहीं,
सीमित पग-डग, लम्बी मंज़िल,
तय कर लेना कुछ खेल नहीं।
दाएँ-बाएँ सुख-दुख चलते, सम्मुख चलता पथ का प्रमाद, जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला, उस उस राही को धन्यवाद।"
अपने इस प्रथम प्रयास पर आप सभी सुधी पाठकों की प्रतिक्रिया के इंतजार में।
- रश्मि चौधरी
अनुक्रम
नई शुरुआत
अनोखा रिश्ता
फूटे फुग्गे
चैन की नींद
देश की माटी
अनमोल
कन्यारूप
मासूमियत
संवेदना
छुट्टियाँ
तिरंगा
भूख
छलावा
शेयरिंग इज केयरिंग
धुरी
ममता
घरौंदा
मित्रता
सुकून
उड़ान
प्रवाह
नन्ही परी
आस्था
इंसानियत
नई गुल्लक
निशी
चॉकलेट डे
रोटी
भूरू
दुआएँ
कबाड़
नजरिया
दान-पुण्य
सच्चा प्यार
पापा का सपना
बदसूरत खूबसूरती
माँ
हृदय परिवर्तन
समझदार बच्चियाँ
आँच
नवागंतुक वृद्धा
सेवा का मोल
समझौता
एक और राखी
समझ
मदद
आत्मचिंतन
अपने-पराए
मन का दीपक
निश्छल प्रेम
सुबह की सैर
सीख
रिटायरमेंट
होनहार
सुझाव
कर्तव्य
सज्जन
कमाई
माफी
नई सड़क
तलाश
मुआवजा
सोच
सबूत
बदलाव
परवरिश
उपकार
दोस्ती का फर्ज
अनोखा मिलन
मन की बात
रवि रश्मियाँ
मुफ्तखोरी
धूसर परत
अंशदान
टोस्ट
श्वेत सतह
रश्मि चौधरी
जन्म : 30 अगस्त 1974, इंदौर
शिक्षा : एम.ए. (अंग्रेजी साहित्य), बी.एड.
व्यवसाय : शासकीय शिक्षक
रुचियाँ : लेखन-पठन लेखन के क्षेत्र में 2017 से
प्रकाशन : साझा लघुकथा संग्रह- प्रवाह, कथादेश, जिंदगी जिंदाबाद, उर्वशी, अनाथ जीवन का दर्द, महिला दिवस: एक अभिव्यक्ति। देश के प्रतिष्ठित अख़बारों- दैनिक भास्कर, नईदुनिया, लोकमत समाचार, सुबह सवेरे, इंदौर समाचार आदि एवं पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन। डिजिटल मीडिया- हिन्दी भाषा डॉट कॉम, स्टोरीमिरर में सतत सक्रिय।
संपादन : कथा दर्पण' आगाज़' 51 लघुकथाओं का संकलन ।
विशेष सम्मान : मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा शिक्षा में उत्कृष्ट नवाचार हेतु ITI नई दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मान (2019)। दैनिक समाचार पत्र द्वारा आयोजित लेखन के क्षेत्र में राज्यस्तरीय सम्मान (2017)। महापौर इंदौर द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान (2010)। रोटरी इंटरनेशनल समूह द्वारा सम्मान (2017)। कई शासकीय अशासकीय संगठनों व संस्थाओं द्वारा सम्मान (2018-2020)।
उपलब्धियाँ : आकाशवाणी इंदौर से कई बार प्रसारण। अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा शिक्षक कार्यशाला में सहभागिता। मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की शिक्षक प्रशिक्षक। ब्रिटिश कॉउन्सिल ऑफ इंडिया की मास्टर ट्रेनर। इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल 2021 में काव्यपाठ। कई ऑनलाइन काव्य गोष्ठियों में सहभागिता एवं कार्यक्रम संचालन का अनुभव ।
सम्पर्क :
244, डी. के.एन., स्कीम नं. 74-सी,
गीतांजली वाटिका के पास, विजय नगर, इंदौर।
मो.: +91-9425351650
ई-मेल : rashmi 30874@gmail.com
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें