देवनागरी हिन्दी में प्रकाशित निजी व संपादित लघुकथा संग्रहों, संकलनों, आलोचना व समीक्षा की पुस्तकों तथा विशेषांकों में प्रकाशित लघुकथा साहित्य का संक्षिप्त परिचय। उल्लेखनीय लघुकथाओं एवं लेखों का लिखित पाठ भी।
लघुकथा पत्रिका-1975/जगदीश कश्यप (सं.)
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मिनीयुग का यह अंक अक्टूबर-नवंबर 1975 में प्रकाशित हुआ था। तब तक लघुकथा को मिलाकर लिखने की परंपरा का सूत्रपात नहीं हुआ था।
चिलगोज़े वाली मुट्ठी (लघुकथा-संग्रह) कथाकार : आभा अदीब राजदान पहला संस्करण: 2022 सहयोग राशि : 200 रुपये ISBN: 978-93-91326-13-5 प्रकाशक रश्मि प्रकाशन, महाराजापुरम, केसरीखेड़ा रेलवे क्रॉसिंग के पास, कृष्णा नगर, लखनऊ-226011 भाव-पुष्प लघुकथा जगत का एक जाना-पहचाना नाम आभा अदीब राजदान जी, लम्बे समय से निरंतर रचना प्रक्रिया में सक्रिय हैं। आपके लेखन में न ही कोई अतिशयोक्ति, न ही कोई बनावटीपन, सीधी-सरल राह पर सच्चे मन से आप साहित्यसेवा में संलग्न हैं। आपका यही व्यक्तित्व आपकी रचनाओं में भी परिलक्षित होता है। बड़ी ही सहजता से आप अपने मन की बात को पाठक तक पहुँचा देती हैं। कोई भी पाठक आसानी से आपकी कथाओं में खुद को शामिल कर सकता है। आपकी इन्हीं बातों के कारण मैं आपकी कायल हूँ। हृदय से मैं आपको बधाई एवं शुभकामनाएँ देती हूँ, आपका यह गुण सदैव पल्लवित होता रहे और आपकी कलम नित नए आयाम स्थापित करे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके द्वारा रचित इस लघुकथा संग्रह ...
अतीत की विशेष उपलब्धि जो इतिहास समृद्ध करेगी ।
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